इरादे गगनचुंभी अपने
और मंसूबे गोताखोर
और मंसूबे गोताखोर
चाहे तूफ़ानों के साए हों
चाहे बादल हों घनघोर
चाहे काँटों की शय्या हो
या फिर मौत का बहरा कर देने वाला शोर
अपने इरादे हैं गगनचुंभी
और मंसूबे गोताखोर
चाहे बादल हों घनघोर
चाहे काँटों की शय्या हो
या फिर मौत का बहरा कर देने वाला शोर
अपने इरादे हैं गगनचुंभी
और मंसूबे गोताखोर
अलसाए भाग्य की पतंगे हों
चाहे टूटते रिश्तों की हो डोर
या फिर मुश्किलों की धुन्ध से
हो जीवन पूरा सराबोर
चाहे प्रश्न चिह्न सी निगाहें हों
या उत्तर देती बाहें हों हर ओर
सूर्योदय का अखंड प्रकाश
या फिर रात का कालापन हो हर ओर
हम ना रुकने वाले
जितना लगा ले सब ज़ोर
अपने इरादे हैं गगनचुंभी
और मंसूबे गोताखोर
चाहे टूटते रिश्तों की हो डोर
या फिर मुश्किलों की धुन्ध से
हो जीवन पूरा सराबोर
चाहे प्रश्न चिह्न सी निगाहें हों
या उत्तर देती बाहें हों हर ओर
सूर्योदय का अखंड प्रकाश
या फिर रात का कालापन हो हर ओर
हम ना रुकने वाले
जितना लगा ले सब ज़ोर
अपने इरादे हैं गगनचुंभी
और मंसूबे गोताखोर
मंडराते गिद्धों की छाया हो
या हो सावन के मदमस्त मोर
चाहे मखमल की कंबल हो
या हो पत्थर की शय्या कठोर
स्थिर चित्त का सन्नाटा
या प्रफुल्लित मन की हो हिलोर
लहरों से ना टूटे विश्वास
जबतक पहुँच ना जाए छोर
तेरे
इरादे गगनचुंभी हों तब तक
और मंसूबे गोताखोर
इरादे गगनचुंभी
और मंसूबे गोताखोर
या हो सावन के मदमस्त मोर
चाहे मखमल की कंबल हो
या हो पत्थर की शय्या कठोर
स्थिर चित्त का सन्नाटा
या प्रफुल्लित मन की हो हिलोर
लहरों से ना टूटे विश्वास
जबतक पहुँच ना जाए छोर
तेरे
इरादे गगनचुंभी हों तब तक
और मंसूबे गोताखोर
इरादे गगनचुंभी
और मंसूबे गोताखोर
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