Dreams

Sunday, April 3, 2011

मेरा रंग दे नीला चोला ओये ! Copyright ©

























सत्तावन में भी ऐसा जज्बा
जागा होगा पता नहीं
सैंतालीस में ऐसे घोड़े
दौड़े होंगे पता नहीं
विश्व विजेता भारत
का सर पुनः ऊंचा हो रहा
ऐसा भारत खड़ा हुआ आज
पूरा विश्व आज ऐसा ढहा



नीले नीले निकले थे
पूरा विश्व जीतने
प्रशांत को शांत किया इन्होने
नीला आकश पीने
मेरा रंग दे बसंती चोला ओये
का नारा अब तब्दील हुआ
विश्व नीला रंग गया
और हर भारतीय हर्शील हुआ



विश्व विजयता कहलाने का
स्वप्न ऐसे पूरा हुआ
भगवान् स्वयं उतरे धरती
और तिरंगा ऐसे लहरा उठा
इन लडको के जज्बे के आगे
शीश हमारे झुके अभी
हम विजेता हम पराक्रमी
कहना मत भूलना कभी



मेरा रंग दे नीला चोला ओये
आज से मेरा नारा है
क्रिकेट हमारा धर्म और
सचिन भगवान् हमारा है
धोनी की सेना को हमने
मंदिरों में आज बैठाना है
हर दिन हर पल ऐसे ही
परचम अपना लहराना है



जय हो भारत
जय हो भारत
नीला रंग सब पे चढ़ाना है
सब कोने में अपना डंका
गर्वित हो के लहराना है
ऐसे झूमे हरदम हरपल
अपना नाम अमर हो जाए
एक क्षण को भी न भूले
एक क्षण भी न खोये
आज बोलो सब के सब
मेरा रंग दे नीला चोला ओये !
मेरा रंग दे नीला चोला ओये !
मेरा रंग दे नीला चोला ओये !

No comments: