मेरी गुडिया के लिए......
इस बरस भी चमकी मेरी गुडिया
बरसी उसपे उपलब्धियों की बारिश
बरसी उसपे खुशियाँ
मेरी बहिन के जन्मदिवस पे
और फूल उसपे बरसाना चाहे मन
तो गुडिया मेरी नाच झूम झूम
मचा उछाल कूद
भुला दे सारे बरस पुराने
जो खुशियाँ बरसेंगी आगे
वोह हैं समेत सूद
जब भी मन घबराए प्यारी
मेरी ओर कदम बढा जाना
भाई तुझको थाम लेगा
तेरी घबराहट छान देगा
मिलें तुझको आशीर्वाद बड़ों का
मिले तुझको स्थिरता
अपनी चंचलता न खोये तू पर
आये तुझमें दृढ़ता
तुझपे चमके सूरज, चमके चाँद सितारे
सारी उम्मीदें झोली में तेरे,
पूरे हों सपने तेरे सारे
इस बरस में बरसे सारा पानी
पूरी हो अधूरी कहानी
कर ले मुट्ठी में जग सारा
और करे थोड़ी रूमानी
आशीष रहे ईश का तुझपे
हो तेरा मन स्वतंत्र
चमके तेरा तेज चहुँ ओर
जैसे हो तू संत
बधाई मेरी गुडिया
बधाई मेरे मणि पारस
बधाई हो हर पल तुझे
बधाई हो हर बरस!
1 comment:
Happy Birth Day to your sister... :)
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