Dreams

Monday, June 27, 2011

जीवन है अभी......!!!! Copyright ©


जब चित्त प्रसन्न हो , मन रंगीला
हाथ हमेशा चमकते रंगों की ओर जाएँ
चित्रफलक पर कूची भी
मदमस्त पवन सी है लहराए
फिर दुखी मन का भाव क्यूँ होने थें प्रकट
एक मिला है जीवन , जी लें उसको
हो जाएँ ईश के निकट



चाहे कितने अच्छे कर्म करो तुम
चाहे कितनी नैतिकता फैलाओ
चाहे जितने पुण्य धर्दो तुम
और चाहे कितने दानी हो जाओ
ईश ने केवल एक जन्म दिया है तुमको
कुछ भी करलो, कैसे भी
इस जीवन के अंतिम क्षण के बाद
एक क्षण भी न दिया जायेगे
जो है जाम तुम्हारे भाग्य में लिखा
वह केवल इस जीवन में पीया जाएगा
तो यदि तुमको डर लगता है अगला जीवन कैसा होगा
और कैसे होंगे तेरे कर्म
कैसी होगी काय तेरी
क्या होगा तेरा धर्म
तो चिंता मत कर और समझले , यह ही जीवन है केवल
न कुछ लेकर आया था और न कुछ लेकर जाना है
जो है सब यहीं है, यहीं पर ही निपटाना है



जी लो जीवन , ऐसे जैसे युगों युगों से प्यासे हो
पी लो प्याले धरे हैं जो, जितने अच्छे खासे हो
एक बूँद न बचे जिसको तुमने न चखा हो
खालो सारे फल, चाहे जिस पेड़ पे रखा हो
यह जीवन वरदान है तुमको , आशीर्वाद है ब्रह्मा का
इसको जीलो तुम न हो जीवन तुम्हारा दास किस क्रम का
खुशियाँ बांटो, हर लोग गम तुम सब का
जैसे तुमने जग जीत लिया हो कब का
एक बार है जीवन मिलता , एक बार लेते अवतार तुम
इस अवतार को व्यर्थ न करना, करदो ऐसा प्रहार तुम



इस पल में जीलो, न टालो कल, परसों या कभी
जीवन यहीं है, आज है...जीवन है अभी
जीवन है अभी
जीवन है अभी!

No comments: